मुझे तुम याद आते हो गुरुवर याद आते हो
मेरी नींद चुराते हो गुरुवर याद आते हो
मेरे मन में तुम्ही रहते सदा हँसते हंसाते हो
मेरी धड़कन में तुम बसते वो धड़कन तुम चलाते हो
मेरे बनके सताते हो गुरुवर याद आते हो
करूं में प्रीत तुमसे ही मुझे तुम क्यों सताते हो?
तेरे दर्शन का व्रत मेरा तो चेहरा क्यों छुपाते हो?
तेरा दर्शन कर जीना गुरुवर याद आते हो
मेरी श्रद्धा तुम्ही में है तुम्ही हो मेरे भगवन
मुझे दूजा नहीं दीखता जहां में कोई अपनापन
मेरे सपनो में आते हो गुरुवर याद आते हो
तुम्ही हो मीत बिन छूटे सदा ही साथ रहते हो
जगत झूठा है सब झूठा है तुम्ही वचनों
में कहते हो
अमिट एक साथ तेरा है गुरुवर याद आते हो
मेरे मन की है चंचलता उसे सीधा चलाते हो.
में भूलो में रहा डूबा मुझे तुम ही बचाते हो
मेरे तुम ही सहारे हो गुरुवर याद आते हो
जले ज्योति परम ज्योति जिसे तुम ही जलाते हो
बने जीवन उर्ध्वगामी जिसे तुम ही उठाते हो
पूर्णता के परम स्वामी तुम याद आते हो
भरे झोली गुरुद्वारे दयालुता दिखाते हो
रहे कोई नहीं खाली सभी को प्यार देते हो
दिखे तन में सदा रामी गुरुवर याद आते हो
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