रहेंगेगुरु शरण में सजदा करेंगे – सजदा करेंगे
सेवाऔर पूजा हम तो करते रहेंगे
गुरुबिन हमारा कौन है खिवैया
गुरुबिन तैरे, न ये नैया
गुरुही मिटाते, व्यर्थ की तृष्णा
झूठागुमान, है छीना
गुरुही बदलते, भाग्य का लेखा
गुरुसम न कोई देखा, इनसे ही सब कुछ सीखा
गुरुमें है रब का, नूर समाया
गुरुबिन, चैन न पाया
गुरुवरका है प्रेम अनोखा
हमकोभटकने से रोका
चंचलथा ये, मन रूपी घोडा
हमकोभटकने, से रोका
चंचलथा ये, मन रूपी भँवरा
गुरुज्ञान से, ही ये सँवरा
भक्तिमें इनकी, मन जो रमाया
छूटेभरम, छूटी माया
इनकीकृपा में, सुख है निराला
हमकोभँवर, से निकाला
सबसेबड़ी है, गुरुवर की पूजा
इन सानही कोई दूजा
चाहेरूठ जाए, जग हमसे सारा
साथहम तो मांगे, बस तुम्हारा
गुरुजी कहे, वही हम, करते रहेंगे करते रहेंगे
No comments:
Post a Comment