सत्संग में तेरे जो भी आता, खाली झोली भर ले जाता ।
मैंने भी आया तेरे द्वार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ।
हम सब आये तेरे द्वार गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
इतनी किरपा सब पर करना, हाथ दया का सिर पर धरना ।
बार-बार आऊं तेरे द्वार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
तेरे दर पे आ बैठे हैं, प्रीत तुम्हीं से लगा बैठे हैं ।
तुम हो मेरे भगवान, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
तुमने पुकारा हम चले आये, भेंट चढाने कुछ नहीं लाये ।
दिल ही करो स्वीकार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
भाव की माला भेंट चढ़ाएं, हाथ जोड़ कर शीश नवायें ।
करें पूजा सत्कार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
कृपा तुम्हारी ऐसी पायें, जीवन भर हम कुछ नहीं मांगे ।
भरे रहे भंडार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
हमको तो सुख भोग ही प्यारा, देना जिसमे हित हो हमारा ।
तुम ही पालनहार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
मैंने भी आया तेरे द्वार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ।
हम सब आये तेरे द्वार गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
इतनी किरपा सब पर करना, हाथ दया का सिर पर धरना ।
बार-बार आऊं तेरे द्वार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
तेरे दर पे आ बैठे हैं, प्रीत तुम्हीं से लगा बैठे हैं ।
तुम हो मेरे भगवान, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
तुमने पुकारा हम चले आये, भेंट चढाने कुछ नहीं लाये ।
दिल ही करो स्वीकार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
भाव की माला भेंट चढ़ाएं, हाथ जोड़ कर शीश नवायें ।
करें पूजा सत्कार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
कृपा तुम्हारी ऐसी पायें, जीवन भर हम कुछ नहीं मांगे ।
भरे रहे भंडार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
हमको तो सुख भोग ही प्यारा, देना जिसमे हित हो हमारा ।
तुम ही पालनहार, गुरूजी बेड़ा पार कर दो ॥
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