Sant Shri Asharamji Bapu

Sant Shri Asharamji Bapu is a Self-Realized Saint from India, who preaches the existence of One Supreme Conscious in every human being.

Search This Blog

संत श्री आशारामजी बापू

भारत के संत श्री आशारामजी बापू आत्मज्ञानी संत हैं, जो मानवमात्र मे एक सच्चिदानंद इश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते है

रामा रे रामा रे रामा रे-1


रामा रामा रामा रामा रामा जय बापू आसारामा
रामा रामा रामा रामा रामा जय बापू आसारामा

  डगमग नैया जो डोले भँवर में
तारणहारे मेरे रामा - - -

सूरत सलोनी है मोहक है पावन
भक्ति बढ़ाये मेरे रामा - - -

इक बार देखे जो भूल न पाए
ऐसी विभूति मेरे रामा - - -

नजरों में साँसों में तन मन में बसते
सर्वस्व है मेरे रामा - - -

  ईश्वर है फिर भी मानव ये दिखते
कितने सरल मेरे रामा - - -

  पर्वत से ऊँचे हैं सागर से गहरे
पूरण प्रभु मेरे रामा - - -

सूरज की गर्मी में चंदा की नरमी में
महके सदा मेरे रामा - - -

उत्तर दक्षिण में पूरब व पश्चिम में
सर्वत्र हैं मेरे रामा - - -

फूलों से नाजुक हैं गंगा से पावन
ज्योति पुँज मेरे रामा - - -

बिन बोले सबकी ये मन की जाने
जाननहारे मेरे रामा - - -

द्वार से इनके कोई न खाली है जाता
दीनदयालु मेरे रामा - - -

जल थल अग्नि में वायु व अम्बर में
सबमें बसे मेरे रामा - - -

सत्संग में करते हैं अमृत की वर्षा
मोक्ष की कुंजी मेरे रामा - - -

वेदों के ज्ञानी हैं आत्मध्यानी हैं
निर्लेप हैं मेरे रामा - - -

कोमल हृदय इनका मधुर है वाणी
ब्रह्म स्वरूप मेरे रामा - - -

दृष्टि से इनकी तो करुणा है बरसे
मोह ममता मिटावे मेरे रामा - - -

सबके हितैषी हैं कल्याणकारी
बन्धन हटावे मेरे रामा - - -

गुरुवर ही ब्रह्मा हैं विष्णु हैं शंकर
देवो के देव मेरे रामा - - -

दुर्लभ होता जो ज्ञान का अमृत
सहज पिलावे मेरे रामा - - -

करते हैं वेदों व शास्त्रों का मंथन
सार बतावे मेरे रामा - - -

आदर रखे जो भी वचनों में इनके
सब कुछ दिलावे मेरे रामा - - -

इनको पाके कुछ शेष न रहता
तृप्ति दिलावे मेरे रामा - - -

इनपे रखें जो अटल है भरोसा
उसकी उबारें मेरे रामा - - -

बुद्धि को करते हैं शुद्ध मेरे रामा
निर्दुख बनावे मेरे रामा - - -

श्रद्धा सुमन जो इनको चढ़ाता
दुर्गुण मिटावे मेरे रामा - - -

हम सबके जीवन को ऊँचा उठाते
निर्भय बनावे मेरे रामा - - -

कानों में पड़ती जो गुरुवर की वाणी
शुद्धि करावे मेरे रामा – सबको हर्षाये

हम सबके हित में ही खुशियाँ ये पाते
चाहे न कुछ मेरे रामा - - -

सत्संग से ही मिटता चौरासी का फेरा
उन्नति करावे मेरे रामा - - -

सुख हो चाहे हो कष्ट घनेरे
समता सिखावे मेरे रामा - - -

सत्संग में आने से जीवन सवँरता
देते प्रेरणा मेरे रामा - - -

चाहे हो कितना भी पापी व दोषी
करते क्षमा मेरे रामा - - -

किसी भी भाव से इनको जो ध्याता
अपना बनाये मेरे रामा - - -

गुरु बिन जीवन नही है सवँरता
सबको संभाले मेरे रामा - - -

गुरु दर्शन को हर कोई तरसे
भाग्य बनावे मेरे रामा - - -

सौंपे जो डोरी हाथों में इनके
शोक मिटावे मेरे रामा - - -

सबका हित करते मेरे रामा
भव पार करावे मेरे रामा - - -

बापू रूप में आए मेरे रामा
मुक्ति करावे मेरे रामा जय बापू - - -

सबके दिलों बैठे मेरे रामा
भक्ति करावे मेरे रामा - - -

सबकी झोली भरे मेरे रामा
खुशियाँ लुटावे मेरे रामा - - -

सबके हरते दुख मेरे रामा
शांति दिलावे मेरे रामा - - -

जग से हैं निराले मेरे रामा
सत्य दिखावे मेरे रामा - - -

भक्तों के रखवारे मेरे रामा
निर्भय बनावे मेरे रामा - - -

जीवन का सच्चा सार मेरे रामा
विवेक जगावे मेरे रामा - - -

घट-घट में बसे हैं मेरे रामा
माया हटावे मेरे रामा - - -

भवसागर में डोले मेरी नैया
सबके खिवैया मेरे रामा - - -

जिसने भी दिल से इसको पुकारा
दौड़े चले आये मेरे रामा - - -

ज्ञान से अपने सबको सँवारे
कष्ट निवारे मेरे रामा - - -

गुणातीत ब्रह्मरूप यही है
पार लगावे मेरे रामा - - -

इनकी कृपा को हर कोई तरसे
मौज जुटावे मेरे रामा - - -

गुरु नाम ही धन है साँचा
निर्मल पावन मेरे रामा - - -

नजरों से इनकी रहमत है बरसे
खुशियाँ बिखेरे मेरे रामा - - -

दोष तिमिर को दूर भगाते
ज्योति जगावे मेरे रामा - - -

नश्वर की है ममता हटाते
अपना बनावे मेरे रामा - - -

गुरु भक्ति ही सार जीवन का
राहत दिलावे मेरे रामा - - -

दर्शन से इनके शांति है मिलती
भांति मिटावे मेरे रामा - - -

सूक्ष्म भी हैं विराट भी हैं ये
सबमें बसे मेरे रामा - - -

मात पिता यही बन्धु हमारे
सदा साथ  निभावे मेरे रामा - - -

इनकी शरण में सुख है घनेरा
दुख को मिटावे मेरे रामा - - -

सरल सहज और मधुर है वाणी
सार बतावे मेरे रामा - - -

ज्ञानी भी है वैरागी भी है ये
पूर्ण प्रभु हैं मेरे रामा - - -

अटल अटूट है इनका बन्धन
हाथ न छोड़े मेरे रामा - - -

इनकी प्रीत से जीवन है महके
उन्नति करावे मेरे रामा - - -

जन्म मरण से हमको उबारे
मुक्ति दिलावे मेरे रामा - - -

मोह बन्धन भ्रम भेद मिटावे
मार्ग दिखावे मेरे रामा - - -

बापू मेरे ईश्वर की मूरत
सबसे निराले मेरे रामा - - -

चरणों में इनके हैं जन्नत हमारी
भव से है प्यारे मेरे रामा - - -

करुणा के सागर दीनन के बन्धु
सबके हितैषी मेरे रामा - - -

हर धड़कन में बसते यही हैं
साँसें चलावे मेरे रामा - - -

इनकी शरण है महासुखदायी
प्रेम मूर्ति मेरे रामा - - -

श्रद्धा से जो भी है दर पे आता
किस्मत जगावे मेरे रामा - - -

गुरु स्नेह बिन सब है अधुरा
पूर्ण बनावे मेरे रामा - - -

सब देकर कुछ चाह न रखते
निर्मोही शांत मेरे रामा - - -

सुमिरण से मन पावन है होता
उँचा उठावे मेरे रामा - - -

चौरासी के बन्धन काटे
मंजिल दिलावे मेरे रामा

सच्चे सुख का बोध कराते
तृप्ति दिलावे मेरे रामा - - -

दर पे है इनके जो भी आता
आनन्द दिलावे मेरे रामा - - -

काँटों से भी पुष्प खिलाते
संशय मिटाते मेरे रामा - - -

No comments:

Post a Comment