वन्दना
करने प्रभु हम आ गये
दिल
का इक तारा सुनाने आ गये
प्रेम
की बाती हृदय में जल रहा
व्यास
दर्शन की नयन में जग रहा
मन
की फरीयादें सुनाने आ गये
दिल का इक तारा सुनाने आ गये
जिंदगी
की नाँव, जर्जर हो गई
पार
हो कैसे मौत मंडरा रही
आसरा
पाने शरण में आ गये
दिल का इक तारा सुनाने आ गये - - -
हो
कृपा हम पर कि, कर ले साधना
मन
वचन काया से हो आराधना
चरणों
में तेरे प्रभु हम आ गए
दिल का इक तारा सुनाने आ गये -
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