भज ले तू प्यारा नाम जय बापू आसाराम
सबको मार्ग दिखाते, जीने की कला सिखाते
जीवन ऊँचा उठाते, सबकी बिगड़ी बनाते
सबके दुख है हरते, सबका मंगल करते
सबकी झोली भरते, ज्ञान की वर्षा करते
द्वार जो इसके आये, बिन माँगे सब पाये
जो भी दिल से ध्याये, दुख सारे मिट जाए
पावन नाम यही है, तीरथ धाम यही है
कृष्ण और राम यही है, मस्ती का जाम यही है
देह अभिमान हटाते, सब का भ्रम है मिटाते
विषयों को दूर भगाते, आत्म भाव से जगाते
सबके कष्ट निवारे, सबके दुर्गुण मारे
दूर करे अंधियारे, इनकी शरण हम सारे
मेरे बापू भव भय भंजन, दुख काटे है निरंजन
सबके है हितकारी, इनकी महिमा भारी
जग से है निराले, अन्धेरे में करते उजाले
मन के खोले ताले, पिलाते प्रेम प्याले
जिसने भी दिल से पुकारा, उसको दिया है सहारा
इन सा न कोई प्यारा, इनका ही नाम आधारा
सुख शांति के दाता, वेदों के है ज्ञाता
इनकी शरण जो आता, वो सब कुछ है पाता
तीन लोक के स्वामी, घट-घट अंतर्यामी
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