भक्ति की धारा गुरुवर बहाते
रहमत खजाने गुरुवर लुटाते
भक्ति की धारा गुरुवर बहाते
मेरी भी विनती सुनो गुरुदेवा
चरणों मे रखना मेरे गुरुदेवा
भक्ति बढ़ाओ गुरुदेव, प्रीति बढ़ाओ गुरुदेव
तुम साथ हो तो डर हमको कैसा
तुम जो कहाँ अब करे हम तो वैसा
अपना बनाओ गुरुदेव, दिल में बस जाओ गुरुदेव
तीर्थ वही है जहाँ तेरे कदम हैं
तुम हो हमारे ये कृपा क्या कम है
सपनों में आओ गुरुदेव, दरश दिखाओ गुरुदेव
माया भरमाती है देती है धोखा
हर बार गिरने से तुमने ही रोका
दोष भगाओ गुरुदेव, ऊँचा उठाओ गुरुदेव
हम तो थे नश्वर की प्राप्ति में फूले
छूटेगा सब कुछ हम ये तो थे भूले
सत्य बताओ गुरुदेव, भ्रांति मिटाओ गुरुदेव
किसमें भला है पता न है हमको
सौप दी है डोरी, अब हमने ये तुमको
हमको बचाओ गुरुदेव, पार लगाओ गुरुदेव
ईश्वर हो फिर भी क्यूँ लीला हो करते
तुम बिन तो योगी तपस्वी न तरते
परदा हटाओ गुरुदेव, करुणा लुटाओ गुरुदेव
नाम ये तेरा हमारी है ताकत
कट जाते दुख सारे टल जाए आफत
ध्यान में डुबाओ गुरुदेव, अनहद सुनाओ गुरुदेव
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