हे माँ ! महँगीबा बड़भागी तू जो ऐसो लाल जनायो ।
ऐसो लाल जनायो, खुद ब्रह्म तेरे घर आयो ॥
रे माँ ! महँगीबा बड़भागी.......जो भूमि का भार उठाये, उसे तूने गोद खिलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
जो सृष्टि को पालनहारो, उसे तूने दूध पिलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
योगी जिनको पकड़ ना पाए, उसे तूने ऊँगली पकड़ चलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
जिसका ना कोई नाम रूप है, बापू आसाराम कहायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
श्वास श्वास में वेद हैं जिनके, लीलाशाह गुरु बनायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
भारत का ये संत दुलारा, हम सब का है सदगुरु प्यारा ।
तूने पुत्र रूप में पायो, रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
ऐसो लाल जनायो, खुद ब्रह्म तेरे घर आयो ॥
रे माँ ! महँगीबा बड़भागी.......जो भूमि का भार उठाये, उसे तूने गोद खिलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
जो सृष्टि को पालनहारो, उसे तूने दूध पिलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
योगी जिनको पकड़ ना पाए, उसे तूने ऊँगली पकड़ चलायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
जिसका ना कोई नाम रूप है, बापू आसाराम कहायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
श्वास श्वास में वेद हैं जिनके, लीलाशाह गुरु बनायो ।
रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
भारत का ये संत दुलारा, हम सब का है सदगुरु प्यारा ।
तूने पुत्र रूप में पायो, रे माँ ! ब्रह्म तेरे घर आयो ।
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