मेरेगुरूवर तेरा दर्शन बड़ा सुहाना है
तेरीभक्ति मेरे गुरूवर हमको पाना है
दूरतुमसे न हमको जाना है ।
1. तेरेसिजदे में सर झुकाऊँ मैं
हर तरफतुमको ही बस पाऊँ मैं
तुमकोअपना खुदा ही माना है ।
2. मनअब न रही इच्छा कोई
साँसचलती है जिससे तुम हो वही
तू हीसच्चा मेरा खजाना है ।
3. कैसीपावन है ये लीला तेरी
थामेंरखना तुम्ही श्रद्धा मेरी
तुम्हीको अब तो बस रिझाना है ।
4. तूनेबखशीश दी है जीवन की
दे दोअब प्रीती अपने चरणन की
तेरीभक्ति से दिल सजाना है ।
5. तेरीनजर करम जो पाई है
हर तरफखुशियॉं मेरे छाई है
वृतियोंको यही टिकाना है ।
6. बिनतेरे दाता हम अकेले थे
दुख थेगम थे, सभी झमेले थे
तू हीअपना है सब बेगाना है ।
7. जबसेपकड़ा है ये दामन तेरा
तबसेबदला है ये जीवन मेरा
तुमकोहृदय में अब बसाना है
ज्ञानका दीप अब जलाना है
दोषदुर्गुण सभी भगाना है ।
8. मौतसर पे है जब भी आती
बुझतादीपक है बुझती है बाती
चलता तबकोई न बहाना है
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