प्रभु प्रेम सदा भरपूर रहे गुरुदेव तुम्हारे चरणों में
ये अर्ज़ मेरी मजूर रहे गुरुदेव तुम्हारे चरणों में
आँखों में बसी तेरी सूरत हो
और मन में बसी तेरी मूरत हो
मेरा तन मन सब अर्पण ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में ....
सांसों में तुम्हारा नाम चले
और मन में प्रेम की ज्योत जले
ये प्रीत सदा बढती ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में ....
तेरे सुमिरन में हम मगन रहे
तेरे नाम की हमको लगन रहे
यही विनती सदा करते ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में ....
भोगो से सदा हम दूर रहे
भक्ति से सदा भरपूर रहे
ये शीश सदा झुकता ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
तुम्हे याद निरंतर करते रहे
नित ध्यान तेरा हम धरते रहे
ये श्रद्धा हमारी अटल रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
हमें विषयों में न ममता हो
दुःख सुख में सदा ही समता हो
राग द्वेष की अग्नि बुझती रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
तेरे मार्ग से हम न विचलित हो
चाहे कितने प्रलोभन और दुःख हो
शुभ भाव सदा बढ़ता ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
तुम ही तो हमारी मंजिल हो
तुम ही धड़कन तुम ही दिल हो
हम शांति सदा पाते ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
इस सर पे तुम्हारा हाथ रहे
जीवन भर तेरा साथ रहे
सुभ कर्म सदा करते ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
तेरे चरणों में ये शीश झुके
तेरे ज्ञान में मन बुद्धि ये टिके
मेरी श्रद्धा भक्ति बढती ही रहे
गुरुदेवतुम्हारे चरणों में....
तेरे दर्शन की ही प्यास रहे
तू हर पल मेरे पास रहे
भाव अश्रु सदा बहते ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
दिन रात तुम्हे ही याद करें
तेरे बिन न कोई फ़रियाद करें
ये विनती सदा करते ही रहे
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में....
अज्ञान का तिमिर मिटाने को
तुम आये महकाने को
हम नमन सदा करते ही रहे
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