Sant Shri Asharamji Bapu

Sant Shri Asharamji Bapu is a Self-Realized Saint from India, who preaches the existence of One Supreme Conscious in every human being.

Search This Blog

संत श्री आशारामजी बापू

भारत के संत श्री आशारामजी बापू आत्मज्ञानी संत हैं, जो मानवमात्र मे एक सच्चिदानंद इश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते है

रामा रे रामा रे रामा रे


रामा रे रामा रे रामा रे रामारे जय बापू आसाराम
आया रे आया रे आया रे आया तेरीशरण में आया
पाया रे पाया रे पाया रे पायातुझसे ही सब कुछ पाया

तुम दाता मेरे पिता माता मेरेतेरी सेवा में करता रहूं
मानाहै माना है माना है माना तुमको ही सब कुछ माना

तुम सुख कारी भवभय हारी तुम्हेयाद में करता रहूं
तारा रे तारा रे तारा रे तारा ,कितनो को तुमने तारा

तू ही रब है मेरा,तू ही सब है मेरा,तुझे निशदिन में सिमरु
प्याराहै प्यारा है प्यारा है प्यारा तू सबसे है प्यारा

तू मनभावन ,निर्मल पावन तेरी प्रीती में डूबा रहूं
पानाहै पाना है पाना है पाना ,प्यार तेरा बस पाना

तेरा प्यार मिला ,जीवन ये खिला तेरी महिमा में कैसे कहूं
मारा रे मारा रे मारा मारा दोषों को तुमने मारा

तू ही मेरा खुदा कभी हो नजुदा तेरी रहमत को पता रहू
भायारे भाया रे भाया भाया ,हमको तू ही भाया

मेरी मंजिल तुम मेरा साहिलतुम तेरे गुण ही गाता रहूं
सहारासहारा सहारा सहारा तेरा ही बस है सहारा

तीर्थ है यही,तुमसा न कही तेरा प्रेम में पता रहूं
न्यारान्यारा न्यारा न्यारा तू जुग से है न्यारा

तेरे चरणों में ,है सुख मिलता अब भोगो को में क्या मारू
छाया है छाया है छाया है छाया मस्ती का आलम छाया

तेरा ज्ञान प्रभु सबसे ऊँचा उसपे ही में अटल रहूं
जाना है जाना है जाना जाना तुमसे ही सब है जाना

तेरी मूरत ही प्यारी लगती है नित दर्श में पता रहूं
हमाराहमारा हमारा हमारा बस तू ही है हमारा

तुम नाथ मेरे सदा साथ मेरे तेरानाम ही जपता रहूं
समाया समाया समाया समाया हरघर में तू ही समाया

आधार तुम्ही ,हो सार तुम्ही तुमकोहु में ध्याता रहूं
माया है माया है माया है माया झूठीजगत की माया

इस सर पे सदा तेराहाथ रहे बसये ही दुआ में करूं
साया रे साया रे साया रे साया सरपे रहे तेरा साया

कभी छूटे न ये दामन तेरा विनतीमें यही करूं
नाता है नाता है नाता है तेराअटूट है ये नाता

तेरे चिंतन में हर पल बीते तुमसेये अर्ज़ में करू
द्वारा है द्वारा है द्वारा हैद्वारा मुक्तिका तू ही द्वारा

मंगल कर्ता,जम दुःख हरता तेरीभक्ति में कर्ता रहू
आधारा आधारा आधारा आधारा तेरा नाम ही है आधारा

तेरे हाथो में मेरी डोरी है अबकोई फिकर क्यों करू
सारा ये सारा ये सारा ये सारा तुमपेये जीवन वारा

मेरी नैया को तूने थाम लिया तुफानोसे में क्यों डरु
बचाया बचाया बचाया बचाया

मुझे तन ये दिया जीवन येदिया तेरातुझको ही अर्पण करू
जगाया जगाया जगाया जगाया ज्ञानका दीपक जगाया

तुम जैसा कोई न हित करता तुम्हेशत शत नमन में करू
बनाया बनाया बनाया बनाया बीगादीसभी की बनाया

नश्वर नाते सुख के साथी अब धोखे मेंक्यों रहू
हटाया हटाया हटाया हटाया मायाका पर्दा हटाया


No comments:

Post a Comment