नही देखा तुमसा कोई, जहाँ में कहीं
नही प्यारा तुमसा कोई, जहाँ में नहीं -2
तेरी कृपा का कैसे, ऋण हम चुकाए
निशदिन चरणों में, मस्तक झुकाए गुरुवर -2
जो तुम कहते हो गुरुवर, वही है सही -2
हृदय के मंदिर में तुमको बसाए
जब भी पुकारे तुमको पास ही पाए -2
जीवन भर साथ निभाना बस तुम यु ही
तेरे सिवा मन में कोई इच्छा न जागे
दिल ये सदा आपके, सुमिरन में लागे -2
दर्शन को अखियाँ तेरे, तरसती रही -2
भूले हमारी गुरुवर माफ तुम करना
बालक समझ के हृदय, साफ ये करना -2
मेरे बन्धु, सखा विधाता, गुरुवर तुम्ही
इतना रहम हमपे गुरुवर ये कर दो
तुमसे न दूर जाए, ऐसा हमें वर दो -2
तुमसे विरह की घड़ियाँ, जाए न सही
प्रेम तेरा सबको ही मिलता रहे युँ
तुम्हे छोड़कर अब जाए कहीं क्युँ
तुम भक्ति मुक्ति दाता, सच है यही
गुरु बिन न संभव है किसी का भी तरना
जीवन हमारा भी ये, भक्ति से भरना
जिसे ढूँढे नजर हमारी, तुम हो वही
हितकारी तुमसा कोई, जहाँ में नही -2
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