भक्ति मिलती शांति मिलती बापू के दरबार में
भक्तजनों के कष्ट है मिटते बापू के दरबार में
जब भी हैं बापू मुस्काते
भक्तों के भी दिल खिल जाते
होता है वो किस्मत वाला
आए जो गुरुद्वार पे
मेरा तेरा क्या करता है
गुरु बिना न कोई तरता है
लगे है कश्ती उसकी किनारे
आए जो गुरुद्वार पे
गुरु दर्शन की महिमा भारी
गुरु जैसा न कोई हितकारी
उसको मिलता ज्ञान निराला
आए जो गुरुद्वार पे
जिसपे निराली नजरें डाले
खुलते उनके भाग्य के ताले
बिन माँगे सब कुछ है मिलता
आए जो गुरुद्वार पे
---------------------
---------------
----------------
आए जो गुरुद्वार पे
जिनके मन में बापू बसते
कभी न है वो जग में फँसते
हो जाए निहाल वो पल में
आए जो गुरुद्वार पे
कभी भी इनसे दूर न होना
इनकी कृपा बिन जीवन सूना
पूरी है होती सारी मुरादे
आए जो गुरु द्वार पे
ज्ञान से अपने सबको सवाँरे
नाम ही इनका भव से तारे
पाए है शाश्वत की पूँजी
आए जो गुरुद्वार पे
निशदिन तेरा ध्यान लगाऊँ
तेरा ही गुणगान मैं गाऊँ
कृपा सबपे करे मेरे गुरुवर
आए जो गुरुद्वार पे
No comments:
Post a Comment