तुम ही हो मेरे देव गुरुदेव
तुम्हे देखे मिले चैन गुरुदेव
हमें रखना गुरुवर शरणम
करे सेवा पूजा अरचन
हो जाए अब तो मेल गुरुदेव
कोई जाए काशी हिमालय
मेरा गुरु चरणों में शिवालय
मुझको इक ये वर दे दो
मेरे दिल में भक्ति भर दो
तेरी याद में हो दिन रैन गुरुदेव
मैं दिशा हीन था बिखरा
तेरी रहमत से ही निखरा
मेरा मोह भ्रम सब हर लो
मुझे श्री चरणों में रख लो
तुम बिन रहते है बेचैन गुरुदेव
तुम सागर मैं हूँ बिन्दु
मुझे अपना लो कृपा सिन्धु
तुम ही मेरा जीवन हो
तुम ही तो सच्चा धन हो
ये जगत है मिथ्या खेल गुरुदेव
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