मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती
होठों की हैं थालियाँ बोल फूल पाती
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती
आरती ओ बापू आरती
ये हैं तारणहार की आरती
हे सद्गुरू दीनदयाला
तुमसा न कोई दूजा
तेरी भक्ति करूँ मैं निशदिन
और करूँ तुम्हारी पूजा
ये गहरे दिन और रातें
तेरी लिखी न जाए बातें
कोई माने या न माने
हम भक्त तेरे दीवाने
तेरे पाँव सारी दुनिया पखारती
आरती ओ बापू आरती...
हे महाकाल महाशक्ति
हमें दे दो ऐसी भक्ति
हे जगत पिता परमेश्वर
तेरे चरणों में मिलती मुक्ति
तू अजर अमर अविनाशी
तू अनमिट पूरणमाशी
सब करके दूर अँधेरे
हमें बक्शो नए सवेरे
तुमने भक्तों की बिगड़ी सँवर ली
आरती ओ बापू आरती...
गुण दाता सत्य प्रकाशा
हे अंतर्यामी देवा
मुझे इतना वर बस दे दो
नित करूँ तुम्हारी सेवा
तेरी कीमत तू ही जाने
तू भला बुरा पहचाने
जो तेरी महिमा गाए
वो मन की मुरादे पाए
हर आँख तेरी ओर निहारती
आरती ओ बापू आरती...
मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती
होठों की हैं थालियाँ बोल फूल पाती
रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती
आरती ओ बापू आरती
ये हैं तारणहार की आरती
तेरे पाँव सारी दुनिया पखारती
तुमने भक्तों की बिगड़ी सँवर ली
हर आँख तेरी ओर निहारती
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