यह समय सदा न रहेगा
ये समय सदा न रहेगा
परिवर्तनशील जगत में
कबतक तू किसे चाहेगा
ये समय सदा न रहेगा ...
जो पुण्य कर सकें कर लें
सद्भावों से इह भर लें
सद्गुण का आश्रय धर लें
भव सागर से अब तर लें
ये कर न सका तो जीवन
माया से विवश बहेगा
ये समय सदा न रहेगा ...
यदि धन हैं तो दानी बन
विद्या हैं तो ज्ञानी बन
परमेश्वर का ध्यानी बन
अति सरल निरअभिमानी बन
चिंता न करे तू इसकी
कोई क्या मुझे कहेगा
ये समय सदा न रहेगा ...
अब सावधान हो जाना
अपना अज्ञान मिटाना
जो बिगड़ी उसे बनाना
अध्यात्म ज्ञान में आना
देहाभिमान वश प्राणी कर
जग में अति दुःख सहेगा
ये समय सदा न रहेगा ...
यह अवसर व्यर्थ न खोना
अपराधी कहीं न होना
मत मोहनिशा में सोना
ममतावश कहीं न रोना
वही पथिक अभय होगा जो
नित सदगुरू ज्ञान कहेगा
ये समय सदा न रहेगा ...
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