जय सद्गुरु स्वामी !ॐजय सद्गुरु स्वामी
अधमोद्धारण प्रभुजी, नमीए शीश नामी
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
अलख निरंजन आप ,छो तमे अविनाशी
शुद्ध स्वयंप्रकाशी, सहुना सुखराशि
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
सिच्चदानद स्वरूप , शब्दतीत स्वामी
शब्दसुधारसqसधु, अविचल पदधामी
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
राम रूपे रमी रहया छो, सर्व महीं व्यापी
अनुपम रूप तमारु, कोण शके पामी
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
भवसागर मां बूडता, जीव तारी लीधा
तत्त्वमिस समजावी, आप स्वरूप कीधा
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
शकर शुद्ध स्वरूप, हे करुणाकारी
सकण जगतमां सेवा, एक ज सुखकारी…
ॐजय सद्गुरु स्वामी...
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