थोड़ा ध्यान लगा गुरूवर दौड़े दौड़े आएँगे
थोड़ा ध्यान लगा गुरूवर दौड़े दौड़े आएँगे
तुझे गले से लगाएँगे।
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएँगे
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएँगे
थोड़ा ध्यान लगा...
हैं राम रमिया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो, वही मेरा ईश है।
सत्कर्म राहों पे चलना सिखते वो, वही जगदीश हैं।
प्रेम से पुकार तेरे पाप को जलाएँगे,
थोड़ा ध्यान लगा...
किरपा की छाया में बिठाएँगे तुझको, कहाँ तुम जावोगे।
उनकी दया दृष्टि जब जब पड़ेगी तुम ये भव तर जावोगे।
ऐसा है विश्वास मन में ज्योत वो जगायेंगे,
मन में ज्योत वो जलाएँगे॥
थोड़ा ध्यान लगा...
मुनिओं ने ऋषिओं ने, गुरु शिष्य महिमा का, किया गुणगान है।
गुरूवर के चरणो में, झुकती सकल सृष्टि, झुके भगवान है।
महिमा है अपार, सत की राह वो दिखलाएँगे
तुझे गले से लगाएँगे।।
थोड़ा ध्यान लगा...
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