साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
सुनसान और बड़ा भयंकर कोई न डाले डेरा
यहीं एक पावन योगी ने छोटी सी कुटी छवाई
भूमि हुई पुलकित और वह मोक्ष कुटीर कहाई
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
अर्थ जनों को देख जगत के संत ने दृढ़ संकल्प किया
आश्रम एक बनाकर उसने लक्ष्य अपना सिद्ध किया
पुलकित हुई प्रकृति सारी और सूर्य ने शीश नवाया
अद्भुत प्रवेश द्वार आश्रम का मोक्ष द्वार कहलाया
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
नदी किनारे नीरवता में निःसीम ध्यान ले आया
बापूजी के शांत स्वभाव सा शांति कुटीर लहराया
जुड़ा हुआ उससे हैं पावन व्यासभवन हैं मनभाया
आयोजन ध्यान शिविरों का बुध रवि होता आया
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
किए स्पर्श मौन मंदिर का कल्पतरू सा अटल हैं
बड़बदशाह नाम प्यार का मनोकामना सफल हैं
प्रदक्षिणा कर भक्त माँगते जो भी मिलता फल हैं
आशाराम का आत्मानंद ही इसमें देता तरंग हैं
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
आश्रम से कुछ ही दूरी पर महिला आश्रम बना हुआ
नाम रखा अनुसुया आश्रम साबर जल भी पावन हुआ
महासती श्री माँ लक्ष्मी ने आश्रम का उद्धार किया
नारी की सोई शक्ति को तपोनिष्ठ ने जाग्रत किया
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
लौकिक सुख को छोड़ वे धाई पूज्यश्री पदचिन्हों पर
उनके आदर्शों को पाला गहन साधना अपना कर
चंदन कर डाला जीवन को घिसकर सेवा के पथ पर
हुई सुगंधित सारी दुनिया वो भी चली ईश पथ पर
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
त्रस्त हुई जीवन से घर से उलझे मन की महिलाएँ
माँ के श्री चरणों में आने पर वो भी चंदन बन जाए
शांति प्राप्त कर, ध्यान प्राप्त कर, प्रेम प्राप्त कर माता का
जीवन उनका बन जाता हैं महकी फूली बगिया सा
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
सुनसान और बड़ा भयंकर कोई न डाले डेरा
साबरमती के बीहड़ में हैं बसा गाँव मोटेरा
बसा गाँव मोटेरा ...
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