सद्गुरु मेरे जीवन में आए
अंधकार मिटा ज्योति जलाए
मिट गया मोह मिटा अज्ञान
नाम भजन में मन लहराए
सद्गुरु मेरे जीवन में आए...
जब जब डूबा मायासगर में
गुरू ने हाथ बढ़ाया रे
भूल भटक के राहों में
दीपक प्रेम जलाया रे
अब तो हर साँस में नाम तेरा
हर पल तेरा साया रे
सद्गुरु मेरे जीवन में आए...
मिटे कर्म के काले बादल
सच्चे प्रेम की वर्षा छाई
मन का मृग अब शांत हुआ हैं
आत्मा ने शांति पाई
नाम जपूँ तो नयन भर आए
आँखो में प्रेम समाए
सद्गुरु मेरे जीवन में आए...
ना मंदिर में ना मूरत में
गुरू ही सच्चे नारायण हैं
उनकी वाणी उनका चेहरा
सबमें दिखते भगवान हैं
जो बोले राम वही बोले गुरू
दोनों एक समान हैं
सद्गुरु मेरे जीवन में आए...
अब तो यहीं अरमान हैं मेरा
गुरू चरणों में रह जाऊँ
तेरे नाम की धुन गाता गाता
जीवन तेरा बन जाऊँ
साँस साँस में बसी तेरी वाणी
अब तो तुझमें समा जाऊँ
सद्गुरु मेरे जीवन में आए...
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