तुलसी माँ तेरे बिना आँगन मेरा सूना लागे रे ।
सूना लागे रे,सूना लागे रे, ओ मैय्या सूना लागे रे ।।
तेरे बिना,तेरे बिना,तेरे बिना मुझे कुछ भाए नहीं रे
तुलसी माँ तेरे बिना आँगन मेरा सूना लागे रे
सूना लागे रे,सूना लागे रे, ओ मैय्या सूना लागे रे ...
तेरे पूजा के बिना दिन मेरा सँवरना
जल चढाए बिना तृप्ति मुझे मिले ना
तेरे बिना,तेरे बिना,तेरे बिना सुबह कुछ होता नहीं रे
तुलसी माँ तेरे बिना आँगन मेरा सूना लागे रे
सूना लागे रे,सूना लागे रे, ओ मैय्या सूना लागे रे ...
तेरे बिना बगिया की शोभा नहीं रे
इत्र गुलाब भी फीका लागे रे
तेरे बिना,तेरे बिना,तेरे बिना आरोग्य टिके नहीं रे
तुलसी माँ तेरे बिना आँगन मेरा सूना लागे रे
सूना लागे रे,सूना लागे रे, ओ मैय्या सूना लागे रे ...
विश्व पावनी मैय्या तुझे कहते हैं
हरिप्रिया वृंदावनी तेरे नाम हैं
देवों ने भी महिमा तेरी गाई हैं
तुलसी माँ तेरे बिना आँगन मेरा सूना लागे रे
सूना लागे रे,सूना लागे रे, ओ मैय्या सूना लागे रे ...
भक्ति मुक्ति गुरू बिना फले नहीं रे
ऊँचा ज्ञान सच्चा सुख मिले नहीं रे
गुरू बिना गुरू बिना गुरू बिना ईश कोई पाए नहीं रे
गुरू के नाम बिना ये जीवन ये कैसे तारेगा
कैसे तारेगा, ये जीवन कैसे तारेगा
गुरू बिना, सदगुरू बिना ,गुरू बिना ब्रह्मज्ञानी कैसे मिलेगा
गुरू के नाम बिना ये जीवन ये कैसे तारेगा
कैसे तारेगा, ये जीवन कैसे खिलेगा
गुरू के नाम बिना ये जीवन ये कैसे तारेगा
कैसे तारेगा, ये जीवन कैसे तारेगा
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