बड़ा है पावन जिसका नाम
जिसको चरण कमल सुखधाम
वो हैं सदगुरु आसाराम
वो हैं बापू आसाराम
मरी गाय जब देखी बापू ने
एक सज्जन को दिया तब जल
कहा इसे गैय्या पे छिड़कना
मैं जाऊँ जब दूर निकल
जल पड़ने पर गाय जी उठी
हुआ करिश्मा था उस शाम
वो हैं सदगुरु आसाराम...
बाढ़ आई साबरमती में
आश्रम पर संकट छाया
खींची संत ने लक्ष्मण रेखा
पानी नहीं आगे आया
जय जय की सबने बापू की
जो थे वहाँ पर लोग तमाम
वो हैं सदगुरु आसाराम...
विद्यालय में बाँटना था
पर प्रसाद लगता था कम
बाल्टी अक्षयपात्र सी बनी
जब बापू ने किया करम
था प्रसाद बच गया बहुतसा
बन गया बिगड़ा काम
वो हैं सदगुरू आसाराम...
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