तुमको न भूलें ओ सदगुरुदेवा
तेरा ही सहारा है मेरे गुरुदेवा
गर फिसलूँ मैं तो तुम ही बचाना
भक्ति की ज्योत मेरे दिल में जगाना
तेरे रंग में रंग जाए जीवन ये सारा
मकसद है मेरा तुमको ही पाना
तुझे छोड़कर अब कहीं नहीं जाना
छूटे न साथ कभी भी तुम्हारा
दुनियाँ के रिश्तों से हुआ बेगाना
तुम ही प्रभु मेरे सपनों में आना
तुमसा नही है और कोई प्यारा
प्रीती को मेरी तुम ही बढ़ाना
तुम ही प्रभु हो मेरा आशियाना
तुम ही हो मेरी किश्तों का किनारा
ध्यान मेरा तुम भक्ति में लगाना
दोषों को मेरे अब तुम ही भगाना
कितनों को भव से तुमने है तारा
दुनिया ने मुझको तो चाहा गिराना
मार्ग सही तुम मुझको दिखाना
तुम बिन नही है कोई भी हमारा
मोह निशा से प्रभु मुझको जगाना
माया के परदे को तुम ही हटाना
सारे जग का तू है पालन हारा
तेरे दर पे मिलता सच्चा खजाना
रहे बाकी न फिर कुछ पाना
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