चंदन का पलना रेशम की डोर
झूले रे झूले मेरा महंगिबा किशोर ...
नन्हे नन्हे पग हैं छोटे छोटे हाथ
माथे पे टीका महंगिबा का साथ
बडा नटखट हैं बडा चितचोर
झूले रे झूले मेरा महंगिबा किशोर ...
शुभ दिन आया खुशियाँ लाया
सब भक्तों ने मंगल बनाया
हर तरफ हैं खुशियाँ हर तरफ हैं शोर
झूले रे झूले मेरा महंगिबा किशोर ...
महंगिबा के घर हैं आनंद छाया
थाऊमल के द्वारे लाल हैं जाया
बधाई हो बधाई हो लख लख बधाई हो
बापूजी के जन्म की लख लख बधाई हो
बधाई हो बधाई हो लख लख बधाई हो ...
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