ओ सतगुरु प्यारे अपना हमें बना ले
चरणों में अब लगा ले।।धृ।।
तुम बिन नही है कोई सुध -बुध जो ले हमारी
है खूब खोज देखा मतलब की दुनिया सारी
धोखे के जाल से अब भगवन हमे छुड़ा ले
चरणों में अब लगा ले
कोई नही है संगी,दिन चार के है मेले
सम्बन्ध इस जगत के सब झूठ के झमेले
तू ही न बाह पकड़े तो कौन फिर संभाले
चरणों में अब लगा ले
सत् और असत् का भी भगवान ज्ञान दे दे
अभिलाषा अब ये है,भक्ति का दान दे दे
हम प्रेम के है प्यासे ,दे प्रेम के प्याले
चरणों में अब लगा ले
कृपा से अब मिटा दे दुःख दर्द गम बखेड़ा
बस एक नजर से तेरी हो जाये पार बेडा
भव सिंधु है भयानक,दासों को अब तरा ले
चरणों में अब लगा ले
ओ सतगुरु प्यारे अपना हमें बना ले
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