तेरे दर्शन को नैना तरसते
सबकी अँखियों से नीर बरसते
अब तो आ भी जाओ ऐसे ना तड़पाओ
धैर्य धरते हुए हम पुकारा करे
गुरुदेवा ओ गुरुदेवा,बापू ओ मेरे बापू
तुमको पाया तो सबकुछ है पाया
मिट गई जन्मों की लौकिक माया
नाम जपता रहूँ तुमको ध्याता रहूँ
महिमा सभीको सुनाता रहूँ
गुरुदेवा ओ गुरुदेवा,बापू ओ मेरे बापू
अपनी सूरत हृदय में बसा दो
प्रीत करने की रीती सिखा दो
करके चरणों का ध्यान,पाए भक्ति और ज्ञान
गुरुभक्ति से मन को मिटाते रह
गुरुदेवा ओ गुरुदेवा,बापू ओ मेरे बापू
सारे साधक खड़े तेरे द्वारे
आ भी जाओ महँगीबा दुलारे
सुन के करुण पुकार आ जाओ करतार
सत्संग अमृत की वर्षा कराते रहो
गुरुदेवा ओ गुरुदेवा,बापू ओ मेरे बापू
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