गुरुवर मेरे पाँव कमजोर हैँ
तेरे सिवा मुझको चलाएगा कौन II धृ II
बापू मेरे हम सबके तुम हो सहारे
तुमरे बिना अब जीवन ये कैसे गुजारे
गुरुवर इंतजार कब तक करें
तेरे सिवा मुझको अब भाएगा कौन
गुरुवर मेरे पाँव.......
तुम ही स्वामी मेरे, जीवनधन हमारे
भव सागर से हमको अब कौन उबारे
गुरुवर अंधकार घनघोर हैं
तेरे
सिवा राह सुझाएगा कौन
गुरुवर मेरे पाँव.......
बापू मेरे हमरी तुम आँखों के तारे
हम साधक अब तुमको रो रो पुकारें
तुम ही मेरे राम हे घनश्याम
तेरे सिवा पार लगाएगा कौन
गुरुवर मेरे पाँव.......
सुबह श्याम बापू हम तुमको पुकारे
हर क्षण अब ये आँखें राह निहारे
आओ गुरुदेव आ भी जाओ
तेरे सिवा हमको संभालेगा कौन
गुरुवर मेरे पाँव.......
बापू
मेरे हम सबके तुम हो सहारे
तुमरे बिना अब जीवन ये कैसे गुजारे
गुरुवर इंतजार कब तक करें
तेरे सिवा मुझको अब भाएगा कौन
तेरे
सिवा राह सुझाएगा कौन
तेरे सिवा पार लगाएगा कौन
तेरे सिवा हमको संभालेगा कौन
तेरे सिवा मुझको चलाएगा कौन.........
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