आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले

 आसरा इस जहाँ का मिले ना मिले

मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए।।धृ।।


चाँद तारे गगन में दिखे ना दिखे

चाँद तारे फलक में दिखे ना दिखे

मुझको तेरा नजारा सदा चाहिए

आसरा इस जहाँ का...


यहाँ ख़ुशियाँ हैं कम और ज्यादा हैं गम

जहाँ देखो वहीं पे भरम ही भरम

मेरी महफ़िल में शम्मा जले ना जले

मेरे दिल में उजाला तेरा चाहिए

आसरा इस जहाँ का...


कभी वैराग्य हैं कभी अनुराग हैं

यहाँ बदलते हैं माली,यही बाग हैं

मेरी चाहत की दुनिया बसे ना बसे

मेरे दिल में बसेरा तेरा चाहिए

आसरा इस जहाँ का...


मेरी धीमी हैं चाल और पथ हैं विशाल

हर कदम पर मुसीबत अब तू ही संभाल

पैर मेरे थके हैं चले ना चले

मुझको तेरा सहारा सदा चाहिए

हो मेरे दिल में इशारा तेरा चाहिए

आसरा इस जहाँ का...

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