चिंता मिट जायेगी



चिंता मिट जायेगी

चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

हो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी ||धृ||

एक बार तू आ जा सत्संग में |

यहाँ घनश्याम भी है, यहाँ प्रभुराम भी है |

यहाँ घनश्याम भी है, यहाँ प्रभुराम भी है |

सब बैठे है गुरुवर के संग में ||१||

चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

जो नियम से सुने गुरुवाणी वो हरि दर्शन पाये |

जो नियम से सुने गुरुवाणी वो हरि दर्शन पाये |

गूंगा भी हरि ॐ कहे जो गुरुकृपा हो जाये |

शिक्षा चाहे तो, वो दीक्षा चाहे तो, वो शिक्षा चाहे तो, वो दीक्षा चाहे तो |

मन रंग दे तू गुरुवर के रंग में ||२||

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |



किस्मतवाले यहाँ आते है अभागा क्या आयेगा |

किस्मतवाले यहाँ आते है अभागा क्या आयेगा |

बावरे गंगा तट से तू प्यासा क्यूँ जायेगा |

डोरी श्रद्धा की, सेवा निष्ठा की, वो डोरी श्रद्धा की सेवा निष्ठा की |

तू मोझरी घर की पतंग में ||३||

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |



साधू होगा तू जब आत्मा से, तू भव तर जायेगा साधू होगा |

हो साधू होगा तू जब आत्मा से, तू भव तर जायेगा |

आँखे होगी पावन तेरी तब ही देख पायेगा |

आये बजरंगी बनके सत्संगी |

वो आये बजरंगी बनके सत्संगी |

सत्संग की शक्ति अंग अंग में ||४||

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

एक बार तू आ जा सत्संग में |

यहाँ घनश्याम भी है, यहाँ प्रभुराम भी है |

सब बैठे है गुरुवर के संग में ||५||

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

वो चिंता मिट जायेगी चौरासी कट जायेगी |

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