भक्तों के भगवान को बार-बार वंदना


भक्तों के भगवान को बार-बार वंदना,
बार-बार वंदना हज़ार बार वंदना
राधा के श्याम को बार-बार वंदना,
सीता के राम को बार-बार वंदना
सदगुरुदेव को बार-बार वंदना,
बार-बार वंदना हज़ार बार वंदना
हरि , हरि , हरि
सदगुरुभगवानहमें शरणागति देना,
शरणागति देना अनन्य भक्ति देना
ब्रह्मसे हो प्यार हमें ऐसी मति देना
नाम का सहारा देना चरणों में गुजरा देना,
वासना को दूर कर उपासना भरपूर करना
जैसी शांति पाई तुमने, ऐसी हमें देना,
सदगुरु भगवान हमें शरणागति देना
प्रभुसे हो प्यार, हमें ऐसी मति देना
हरि , हरि , हरि
गुरुदेव, गुरुदेव, गुरुदेव, गुरुदेव
मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम
चरणोंका प्रेम देना पूजा नित नेम देना,
मन में विश्वास देना दिल में प्रकाश देना
तेरे ही चरणों में श्रद्धा बड़ा देना,
सदगुरु भगवान हमें शरण गति देना
ब्रह्मसे हो प्यार हमें ऐसी मति देना
जैसे माँ के प्यार बिना बालक अनाथ है,
वैसे गुरु ज्ञान बिना जीव भी अनाथ है
आत्मापरमात्मा का भेद मिटा देना,
सदगुरु भगवान हमें शरण गति देना
ब्रह्मसे हो प्यार हमें ऐसी मति देना
चरणोंका ध्यान देना गीता का ज्ञान देना,
वेदों का दान देना भक्ति का दान देना
तेरे बिना कौन मेरा अपना बना लेना,
सदगुरु भगवान हमें शरण गति देना
ब्रह्मसे हो प्यार हमें ऐसी मति देना
राम बन के तुमने अहिल्या को तारा,
सारथि बन अर्जुन के रथ को संभाला
मीरा के ज़हर को अमृत बनाया,
खम्भे से प्रकट हो प्रह्लाद को बचाया
हरि , हरि , हरि
गुरुदेव, गुरुदेव, गुरुदेव, गुरुदेव
मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम

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