जहाँ ले चलोगे

 जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा

जहाँ नाथ रख दोगे वहीं मैं रहूँगा 


ये जीवन समर्पित चरण में तुम्हारे

तुम ही मेरे सर्वस्व तुम ही प्राण प्यारे

तुम्हें छोड़कर नाथ किससे कहूँगा

जहाँ ले चलोगे....


न कोई शिकायत नहीं कोई अर्जी

कर लो करा लो प्रभु जो हैं तेरी मर्जी

सुख दो या गम जो भी खुशी से रहूँगा

जहाँ ले चलोगे....

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