कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे

कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे
नींद चुराके मोहे अपना बनावे
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

प्रीत लगाके तोसे बड़ा दुःख पाया रे
एक पल भी मोहे चैन न आया
तेरे बिन मन घबराए, एक पल चैन न आए
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

छुप छुप रोऊँ कान्हा दुनिया से चोरी रे
टूट न जाए कहीं प्रीत की डोरी
नैना भर भर आए तेरी याद सताए
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

भक्त तुम्हारा कान्हा तुमको पुकारें
दरश दिखा दे मोहे आँखों के तारे
तेरा दर्शन पाया जीवन बीता प्यारा
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

तेरे बिन मन घबराए एक पल चैन न आए
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे
नींद चुराके मोहे अपना बनाए
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

प्रीत लगाके तोसे बड़ा दुःख पाया रे
एक पल भी मोहे चैन न आया
नैना भर भर आए तेरी याद सताए
ओ कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुरावे...

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