श्री राम जय राम जय जय राम



मन मंदिर में आन समाओ, प्यासी हैं अँखियाँ दरस दिखाओ
मुझकोभक्तिका रंग लगा दो, श्री राम जय राम........सब तजि शरण ग्रही प्रभु तेरी, विनय सुनो अब गुरुवर मेरी
कृपा करो हे कृपानिधान, श्री राम जय राम...........तेरे ही सहारे मेरी जीवन नैया, तू ही है खेवैया मेरा पार लगैया
निश दिन करू मैं तेरा गुणगान, श्री राम जय राम........विट्ठल-विट्ठल विट्ठाला हरि विट्ठाला

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