मेरे मन मंदिर में ध्यान तुम्हारा


मेरे मन मंदिर में ध्यान तुम्हारा मेरे गुरुवर
दर्शन के प्यासे हम है तेरे मेरेगुरुवर


मन मंदिर में बसने वाले
ध्यान हमारा रखने वाले
तन मन धन हम तुझपे वारे मेरे गुरुवर

तेरे दर पे जो भी आते
ज्ञान की गागर भर ले जाते
भक्तों का दुःख दूर भागते
अज्ञानी को ज्ञान है देते मेरे गुरुवर

सबकी बिगड़ी बनाने वाले
सबकी झोली भरने वाले
हमे मिला भगवान् हमारा मेरे गुरुवर

चौरासी को मिटाने वाले
माया जाल हटाने वाले
तेरी महिमा बरनी ना जाए मेरे गुरुवर

सागर जैसे तुम गहरे हो
सदा स्वयं में तुम ठहरे हो
भक्ति मुक्ति शक्ति दाता मेरे गुरुवर

आत्मतत्व का बोध कराते
निज मस्ती में हमें डुबाते
निराकार साकार तुम्ही हो मेरे गुरुवर

ज्ञान की गंगा बहाने वाले
भक्ति की ज्योत जगाने वाले
सब भक्तों के तुम हितकारी मेरे गुरुवर

तुम्ही राम हो कृष्णा तुम्ही हो
भक्तों के सर्वस्व तुम्ही हो
हम तेरे और तुम हो हमारे मेरे गुरुवर

भव से पार लगाने वाले
दुर्गुण दोष भगाने वाले
तुम हो ना कोई और है दूजा मेरे गुरुवर

ताप संयम का मार्ग दिखाते
आत्म शांति हमें दिलाते
चरण शरण में हमको रखना मेरे गुरुवर

पीड़ा सबकी हरने वाले
सबका मंगल करने वाले
ब्रह्मनिष्ठ तपोनिष्ठ तुम्ही हो मेरे गुरुवर

ब्रह्मज्ञान की वर्षा करते
सबको हो खुशियों से भरते
दसों दिशा आनंद फैलाते मेरे गुरुवर

सतत दया बरसाने वाले
सबका मन हरषाने वाले
हम सबके तुम्हे अनंत वंदन मेरे गुरुवर



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