रामा रे रामा रे रामा रे-1


रामा रामा रामा रामा रामा जय बापू आसारामा
रामा रामा रामा रामा रामा जय बापू आसारामा

  डगमग नैया जो डोले भँवर में
तारणहारे मेरे रामा - - -

सूरत सलोनी है मोहक है पावन
भक्ति बढ़ाये मेरे रामा - - -

इक बार देखे जो भूल न पाए
ऐसी विभूति मेरे रामा - - -

नजरों में साँसों में तन मन में बसते
सर्वस्व है मेरे रामा - - -

  ईश्वर है फिर भी मानव ये दिखते
कितने सरल मेरे रामा - - -

  पर्वत से ऊँचे हैं सागर से गहरे
पूरण प्रभु मेरे रामा - - -

सूरज की गर्मी में चंदा की नरमी में
महके सदा मेरे रामा - - -

उत्तर दक्षिण में पूरब व पश्चिम में
सर्वत्र हैं मेरे रामा - - -

फूलों से नाजुक हैं गंगा से पावन
ज्योति पुँज मेरे रामा - - -

बिन बोले सबकी ये मन की जाने
जाननहारे मेरे रामा - - -

द्वार से इनके कोई न खाली है जाता
दीनदयालु मेरे रामा - - -

जल थल अग्नि में वायु व अम्बर में
सबमें बसे मेरे रामा - - -

सत्संग में करते हैं अमृत की वर्षा
मोक्ष की कुंजी मेरे रामा - - -

वेदों के ज्ञानी हैं आत्मध्यानी हैं
निर्लेप हैं मेरे रामा - - -

कोमल हृदय इनका मधुर है वाणी
ब्रह्म स्वरूप मेरे रामा - - -

दृष्टि से इनकी तो करुणा है बरसे
मोह ममता मिटावे मेरे रामा - - -

सबके हितैषी हैं कल्याणकारी
बन्धन हटावे मेरे रामा - - -

गुरुवर ही ब्रह्मा हैं विष्णु हैं शंकर
देवो के देव मेरे रामा - - -

दुर्लभ होता जो ज्ञान का अमृत
सहज पिलावे मेरे रामा - - -

करते हैं वेदों व शास्त्रों का मंथन
सार बतावे मेरे रामा - - -

आदर रखे जो भी वचनों में इनके
सब कुछ दिलावे मेरे रामा - - -

इनको पाके कुछ शेष न रहता
तृप्ति दिलावे मेरे रामा - - -

इनपे रखें जो अटल है भरोसा
उसकी उबारें मेरे रामा - - -

बुद्धि को करते हैं शुद्ध मेरे रामा
निर्दुख बनावे मेरे रामा - - -

श्रद्धा सुमन जो इनको चढ़ाता
दुर्गुण मिटावे मेरे रामा - - -

हम सबके जीवन को ऊँचा उठाते
निर्भय बनावे मेरे रामा - - -

कानों में पड़ती जो गुरुवर की वाणी
शुद्धि करावे मेरे रामा – सबको हर्षाये

हम सबके हित में ही खुशियाँ ये पाते
चाहे न कुछ मेरे रामा - - -

सत्संग से ही मिटता चौरासी का फेरा
उन्नति करावे मेरे रामा - - -

सुख हो चाहे हो कष्ट घनेरे
समता सिखावे मेरे रामा - - -

सत्संग में आने से जीवन सवँरता
देते प्रेरणा मेरे रामा - - -

चाहे हो कितना भी पापी व दोषी
करते क्षमा मेरे रामा - - -

किसी भी भाव से इनको जो ध्याता
अपना बनाये मेरे रामा - - -

गुरु बिन जीवन नही है सवँरता
सबको संभाले मेरे रामा - - -

गुरु दर्शन को हर कोई तरसे
भाग्य बनावे मेरे रामा - - -

सौंपे जो डोरी हाथों में इनके
शोक मिटावे मेरे रामा - - -

सबका हित करते मेरे रामा
भव पार करावे मेरे रामा - - -

बापू रूप में आए मेरे रामा
मुक्ति करावे मेरे रामा जय बापू - - -

सबके दिलों बैठे मेरे रामा
भक्ति करावे मेरे रामा - - -

सबकी झोली भरे मेरे रामा
खुशियाँ लुटावे मेरे रामा - - -

सबके हरते दुख मेरे रामा
शांति दिलावे मेरे रामा - - -

जग से हैं निराले मेरे रामा
सत्य दिखावे मेरे रामा - - -

भक्तों के रखवारे मेरे रामा
निर्भय बनावे मेरे रामा - - -

जीवन का सच्चा सार मेरे रामा
विवेक जगावे मेरे रामा - - -

घट-घट में बसे हैं मेरे रामा
माया हटावे मेरे रामा - - -

भवसागर में डोले मेरी नैया
सबके खिवैया मेरे रामा - - -

जिसने भी दिल से इसको पुकारा
दौड़े चले आये मेरे रामा - - -

ज्ञान से अपने सबको सँवारे
कष्ट निवारे मेरे रामा - - -

गुणातीत ब्रह्मरूप यही है
पार लगावे मेरे रामा - - -

इनकी कृपा को हर कोई तरसे
मौज जुटावे मेरे रामा - - -

गुरु नाम ही धन है साँचा
निर्मल पावन मेरे रामा - - -

नजरों से इनकी रहमत है बरसे
खुशियाँ बिखेरे मेरे रामा - - -

दोष तिमिर को दूर भगाते
ज्योति जगावे मेरे रामा - - -

नश्वर की है ममता हटाते
अपना बनावे मेरे रामा - - -

गुरु भक्ति ही सार जीवन का
राहत दिलावे मेरे रामा - - -

दर्शन से इनके शांति है मिलती
भांति मिटावे मेरे रामा - - -

सूक्ष्म भी हैं विराट भी हैं ये
सबमें बसे मेरे रामा - - -

मात पिता यही बन्धु हमारे
सदा साथ  निभावे मेरे रामा - - -

इनकी शरण में सुख है घनेरा
दुख को मिटावे मेरे रामा - - -

सरल सहज और मधुर है वाणी
सार बतावे मेरे रामा - - -

ज्ञानी भी है वैरागी भी है ये
पूर्ण प्रभु हैं मेरे रामा - - -

अटल अटूट है इनका बन्धन
हाथ न छोड़े मेरे रामा - - -

इनकी प्रीत से जीवन है महके
उन्नति करावे मेरे रामा - - -

जन्म मरण से हमको उबारे
मुक्ति दिलावे मेरे रामा - - -

मोह बन्धन भ्रम भेद मिटावे
मार्ग दिखावे मेरे रामा - - -

बापू मेरे ईश्वर की मूरत
सबसे निराले मेरे रामा - - -

चरणों में इनके हैं जन्नत हमारी
भव से है प्यारे मेरे रामा - - -

करुणा के सागर दीनन के बन्धु
सबके हितैषी मेरे रामा - - -

हर धड़कन में बसते यही हैं
साँसें चलावे मेरे रामा - - -

इनकी शरण है महासुखदायी
प्रेम मूर्ति मेरे रामा - - -

श्रद्धा से जो भी है दर पे आता
किस्मत जगावे मेरे रामा - - -

गुरु स्नेह बिन सब है अधुरा
पूर्ण बनावे मेरे रामा - - -

सब देकर कुछ चाह न रखते
निर्मोही शांत मेरे रामा - - -

सुमिरण से मन पावन है होता
उँचा उठावे मेरे रामा - - -

चौरासी के बन्धन काटे
मंजिल दिलावे मेरे रामा

सच्चे सुख का बोध कराते
तृप्ति दिलावे मेरे रामा - - -

दर पे है इनके जो भी आता
आनन्द दिलावे मेरे रामा - - -

काँटों से भी पुष्प खिलाते
संशय मिटाते मेरे रामा - - -

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